उधाराम होतचन्दानी का जन्म 5 अप्रैल 1946 को हैदराबाद सिन्ध (अब पाकिस्तान) में हुआ था। 1947 मेंं भारत विभाजन के बाद अपने परिवार के सदस्यों के साथ विभिन्न शहरों से होते हुए दूसरे हैदराबाद (आन्ध्रप्रदेश की राजधानी) में आकर बस गये। सम्पूर्ण शिक्षा हैदराबाद में सम्पन्न हुई। इन्होंने दो वर्ष तक आर्टिलरी सेंटर मिलट्री हैदराबाद में अध्यापक का कार्य किया। बाद में नौकरी छोड़, भारती सर्वेक्षण विभाग, भारत सरकार के कार्यालय में विभिन्न पदों पर कार्य करते रहे। केन्द्रीय सरकार कार्यालय होने के कारण विभिन्न शहरों में इनका स्थानांतरण होता रहा। लगभग भारत के सभी बड़े शहरों का भ्रमण कर चुके हैं। पड़ोसी देश पाकिस्तान और नेपाल का भी भ्रमण कर चुके हैं। इन्हें लेखन, भ्रमण, नाटक तथा समाज-सेवा के कार्यों में रुचि है। अप्रैल 1999 में सेवा निवृत्त होकर अब बैरागढ़ में बस गये हैं तथा अपनी पत्नी श्रीमती लता तथा दो पुत्रों नरेश कुमार और राकेश कुमार के साथ समाज के सेवा कार्यों में जीवन व्यतीत कर रहे हैं।
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उधाराम होतचन्दानी का जन्म 5 अप्रैल 1946 को हैदराबाद सिन्ध (अब पाकिस्तान) में हुआ था। 1947 मेंं भारत विभाजन के बाद अपने परिवार के सदस्यों के साथ विभिन्न शहरों से होते हुए दूसरे हैदराबाद (आन्ध्रप्रदेश की राजधानी) में आकर बस गये। सम्पूर्ण शिक्षा हैदराबाद में सम्पन्न हुई। इन्होंने दो वर्ष तक आर्टिलरी सेंटर मिलट्री हैदराबाद में अध्यापक का कार्य किया। बाद में नौकरी छोड़, भारती सर्वेक्षण विभाग, भारत सरकार के कार्यालय में विभिन्न पदों पर कार्य करते रहे। केन्द्रीय सरकार कार्यालय होने के कारण विभिन्न शहरों में इनका स्थानांतरण होता रहा। लगभग भारत के सभी बड़े शहरों का भ्रमण कर चुके हैं। पड़ोसी देश पाकिस्तान और नेपाल का भी भ्रमण कर चुके हैं। इन्हें लेखन, भ्रमण, नाटक तथा समाज-सेवा के कार्यों में रुचि है। अप्रैल 1999 में सेवा निवृत्त होकर अब बैरागढ़ में बस गये हैं तथा अपनी पत्नी श्रीमती लता तथा दो पुत्रों नरेश कुमार और राकेश कुमार के साथ समाज के सेवा कार्यों में जीवन व्यतीत कर रहे हैं।