Description
यह किताब अंजुमन नवलेखन पुरस्कार-२०१६ से पुरस्कृत है तथा इसमें एक से बढ़ कर एक व्यंग्य लेख पढने को मिलेंगे| लेखक अपने इस कृति के बारे में कहते हैं कि = मैं अपने किए पर कत्तई शर्मिंदा नहीं हूँ, सो आप से एक गुजारिश है, इस किताब को पढ़ने के बाद आप अपनी भावनाओं का भुगतान मुझ तक अवश्य करें। मैं सहर्ष कोई भी नतीजा भुगतने के लिए तैयार हूँ, क्योंकि मैं एक व्यंग्यकार हूँ।