Description
नागासाकी परमाणु हमले में अपने माँ-बाप, दोस्तों-रिश्तेदारों को खो देने के बाद अमन और शांति ने अपनी बचपन की दोस्ती को रिश्ते का रूप देने का निर्णय लिया ताकि दोनों एक-दूसरे का सहारा व संबल बन सकें। दोनों ने कसम ली कि वो दुनिया को समझा-बुझाकर, अपनी व्यथा और दुनिया की दुर्दशा की बात से आश्वस्त करके इस धरती से परमाणु हथियारों की फसल खत्म करेंगे। मगर उन्हें पता नहीं था कि जिस दुनिया में अमन और शांति का राज कायम करने के लिये उन्होंने इतनी बड़ी कसम ली है, उस दुनिया की फितरत कुछ और ही है। आखिरकार, एक दिन इस दुनिया की अपनी ही फितरत दुनिया पर कहर बनकर टूट पड़ी।