Harfanmaula

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Description

कभी सोचा है, कहानियाँ क्या होती हैं ? दरअसल ये एक आईना होती हैं | कांच के आईने और इस कहानी वाले आईने में एक फ़र्क होता है | कांच वाला आईना वही दिखाता है जो उसके सामने हो रहा होता है लेकिन कहानी वाला आईना वो भी दिखाता है जो हो चुका होता या फिर होने वाला होता है | हरफ़नमौला की कहानियाँ कुछ इसी तरह के आईनों से मिलकर बनी है जिसमें हमारे इर्द-गिर्द घूमते किस्से और किरदार दिखाई पड़ते हैं | हरफनमौला वाले आईने में, वो नवजवान है, जो समाज की ऊँच-नीच को तोड़ने का दम भरता है, एक लखनऊ का नवाब कैसे गुदगुदाते हुए अपनी बात कह जाता है, एक रिक्शे वाला हमें अपने जवाबों से सुन्न कर देता है, कैसे एक तवायफ़ का दिल एक दिन अचानक धड़कने लगता है, कैसे हमारी यादें हमारी ज़िन्दगी में सेंधमारी करती रहतीं हैं, कैसे हम एक गुनाह से बचने के लिए दूसरा गुनाह कर बैठते है और जीत का एक नया पैमाना खड़ा कर लेते हैं, और कैसे एक आदमीं अपनी ज़रूरते कम करके हरफनमौला बन जाता है…. आप जब इन कहानियों को पढ़ेंगे तो हो सकता है कुछ कहानियाँ आपको अधूरी लगें या यूँ कहें, अपने अंजाम से पहले ही ख़त्म होती लगें लेकिन वो इसलिए क्योंकि कुछ कहानियाँ अधूरी ही होती हैं… |

Book Details

Weight 220 g
Dimensions 8 × 5 × 0.704 in
Edition

First

Language

Hindi

Binding

PaperBack

Pages

176

ISBN

9789386027436

Publication Date

2017

Author

Asheesh misra

Publisher

Anjuman Prakashan