Description
‘चर्चा उनकी न करो’ तीन खण्डों में तैयार किया गया कविता संग्रह है। वैसे तो इस पूरे संकलन में ही प्रेम व प्रेम-जनित अवसाद की प्रधानता है फिर भी रचनाओं की भिन्न पृष्ठभूमि होने के कारण इन्हें अलग-अलग खण्डों में विभक्त किया गया है। खंड- एक की कविताओं का मिजाज खंड-दो की कविताओं से अलग जान पड़ेगा। अलग-अलग समय और पृष्ठभूमि में लिखी गयी इन रचनाओं के फर्क को पाठक सहज ही महसूस कर सकेंगे।