सन् 1963 में पाकिस्तान के लाहौर शहर में जन्मे ताहिर असलम गोरा जब सन् 1999 में कनाडा गये तो वहीं के होकर रह गये। पाकिस्तान में प्रतिष्ठा प्राप्त करने के पश्चात इन्होंने कनाडा में भी अपनी पहचान एक सामाजिक कार्यकर्ता, जर्नलिस्ट, लेखक, शायर और सम्पादक के रूप में बनायी। हिन्दी, उर्दू, पंजाबी और अँग्रे़जी में इनकी कुल नौ पुस्तवेंâ प्रकाशित हो चुकी हैं, जिनमें दो उपन्यास, तीन कहानी-संग्रह और दो कविता-संग्रह हैं। इन्होंने कनाडा में पूरे विश्व से आये मुस्लिम समुदायों के पारस्परिक सम्बन्धों को म़जबूत करने के लिए समय-समय पर विभिन्न प्रकार की पहल की हैं। सामाजिक समरसता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए इन्हें कनाडा सरकार द्वारा ‘क्वीन डायमण्ड जुबली मेडल’ से भी नवा़जा जा चुका है। tagtv के अलावा इन्होंने ‘पाकिस्तानी वैâनेडियन प्रेस क्लब’, ‘प्रोग्रेसिव मुस्लिम इंस्टीट्यूट, कनाडा’ तथा ‘मुस्लिम कमेटी अगेंस्ट एण्टी सेमीटि़ज्म’ जैसी महत्त्वपूर्ण स्थापनाएँ की हैं।
Showing the single result
सन् 1963 में पाकिस्तान के लाहौर शहर में जन्मे ताहिर असलम गोरा जब सन् 1999 में कनाडा गये तो वहीं के होकर रह गये। पाकिस्तान में प्रतिष्ठा प्राप्त करने के पश्चात इन्होंने कनाडा में भी अपनी पहचान एक सामाजिक कार्यकर्ता, जर्नलिस्ट, लेखक, शायर और सम्पादक के रूप में बनायी। हिन्दी, उर्दू, पंजाबी और अँग्रे़जी में इनकी कुल नौ पुस्तवेंâ प्रकाशित हो चुकी हैं, जिनमें दो उपन्यास, तीन कहानी-संग्रह और दो कविता-संग्रह हैं। इन्होंने कनाडा में पूरे विश्व से आये मुस्लिम समुदायों के पारस्परिक सम्बन्धों को म़जबूत करने के लिए समय-समय पर विभिन्न प्रकार की पहल की हैं। सामाजिक समरसता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए इन्हें कनाडा सरकार द्वारा ‘क्वीन डायमण्ड जुबली मेडल’ से भी नवा़जा जा चुका है। tagtv के अलावा इन्होंने ‘पाकिस्तानी वैâनेडियन प्रेस क्लब’, ‘प्रोग्रेसिव मुस्लिम इंस्टीट्यूट, कनाडा’ तथा ‘मुस्लिम कमेटी अगेंस्ट एण्टी सेमीटि़ज्म’ जैसी महत्त्वपूर्ण स्थापनाएँ की हैं।