अदब के फ़लक पर पिछले 45 सालों में मज़ाहिया शायरी का चमकता हुआ सितारा अगर हम तलाश करें तो ‘पॉपुलर मेरठी’ दूर से दिखाई देने वाला नाम हमारे सामने होता है। दुनिया भर में आपके अदबी सफ़र का फैलाव और शायरी ने हिन्दी और उर्दू से मुहब्बत करने वालों के दिलों में एक मज़बूत जगह बना ली है। आज जब हमारे चारों ओर तंज़ोमिज़ाह के नाम पर फुहड़ता अपने पैर जमा रही है ऐसे में ‘पॉपुलर मेरठी’ की शायरी न सिर्फ़ मेयारी शायरी के तौर पर मौजूद होती है बल्कि उसके तंज़ की धार अपने अंदर बहुत सारे मायनों को समेटे हुए होती है। आज़ादी की सर-ज़मीन मेरठ से हुआ यह नुमाया नाम आज न सिर्फ़ उर्दू दुनिया में मज़ाहिया शायरी का परचम लहरा रहा है वरन् हिन्दी क्षेत्र में बुलन्दी के साथ लगातार आगे बढ़ रहा है। आप की शोहरत जितनी दुनिया भर के मुशायरों में मक़बूल हैं उतने ही शोहरतयाफ़्ता आप हिन्दी काव्य मंचों पर पर भी हैं।
दुनियाभर के अधिक से अधिक देशों में साहित्यिक यात्राएँ ।
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