‘जब धरा पर चाँद की बारात आई, हिन्दी ग़ज़ल संग्रह के रूप में अजय कुमार पाण्डेय का प्रथम प्रयास है। इस संग्रह में विभिन्न मनोभावों पर आधारित कुल 92 ग़ज़लें हैं, जो जीवन की आकांक्षाओं, अपेक्षाओं आदि से जुड़े मीठे-कड़वे अनुभवों का आईना हैं।
‘जब धरा पर चाँद की बारात आई, हिन्दी ग़ज़ल संग्रह के रूप में अजय कुमार पाण्डेय का प्रथम प्रयास है। इस संग्रह में विभिन्न मनोभावों पर आधारित कुल 92 ग़ज़लें हैं, जो जीवन की आकांक्षाओं, अपेक्षाओं आदि से जुड़े मीठे-कड़वे अनुभवों का आईना हैं।