Description
पिछले 25-30 वर्षों में टेक्नोलॉजी ने बहुत तेजी से विकास किया है। अब शर्लाक होम्स की बग्घी की जगह तेज रफ्तार कारें हैं। खत की जगह मोबाइल और डीएनए जैसी चीजें हैं, लेकिन तहकीकात का तौर तरीका अब भी चमत्कारी नहीं हुआ है। वह अब भी पुराने नियम-कायदों पर ही टिकी हुई है। उपन्यास में भी तकनीक और चमत्कार की जगह तफ्तीश और तर्क को अहमियत दी गई है।
बड़े फलक का उपन्यास होते हुए भी ‘पीला तूफान’ में चरित्रों की भरमार नहीं है। कम चरित्रों के साथ कहानी की बुनावट मुश्किल जरूर होती है, लेकिन इससे रोचकता बढ़ जाती है। उपन्यास में अश्लीलता, फूहड़पन और बोगसबयानी से बचा गया है। नॉवेल में थोड़ा सा इतिहास भी है, लेकिन बस उतना ही जितना मुट्ठी में बची रेत।
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