Description
न्यूट्रॉननामा यानी ‘न्यूट्रॉन के पत्र’ या ‘दि लेटर्स ऑफ़ न्यूट्रॉन’ को मात्र कविता संग्रह कह देना पर्याप्त नहीं होगा, क्योंकि यह आम हिन्दुस्तानी ज़ुबान में ऐसा काव्य-संग्रह है जिसकी हरेक रचना के पहले उसकी भूमिका दी गई है। यदि आप हिन्दी का कोई अख़बार पढ़ सकते हैं या बॉलीवुड का कोई गाना गा सकते हैं तो यह किताब आपको बिल्कुल कठिन नहीं लगेगी। हरेक रचना के पहले नितेश उसकी कहानी बताते हैं और आपको जोड़ते हैं उसके उद्गम से। संभवतः हिन्दी कविता के संग्रहों में इस तरह के प्रयोग बहुत कम किये गए हैं। लिखने-पढ़ने-सुनने-बोलने का अपना ही नया अंदाज़ लेकर चले नितेश छात्रों और युवाओं को हिंदुस्तानी भाषा के और करीब लाना चाहते हैं। विज्ञान, गणित, एस्ट्रोनॉमी, माइथोलॉजी और अर्थशास्त्र जैसे अनेक विषयों को दर्शन, मोटिवेशन और साहित्य से जोड़ने का प्रयास है – न्यूट्रॉननामा।