Description
कहानियाँ समाज का ही एक हिस्सा होती हैं, हर कहानी समाज के किसी न किसी पहलू के विषय में बात करती है। कुछ कहानियाँ वास्तविक होती हैं और कुछ काल्पनिक, परंतु हर काल्पनिक कहानी का कोई ना कोई वास्तविक पहलू अवश्य होता है। ‘इत्ती-सी ख़ुशी’ में उपस्थित कहानियाँ काल्पनिक तो हैं पर इनका आधार कहीं न कहीं वास्तविकता के इर्द-गिर्द मँडराता है। कुछ कहानियाँ हमसे प्रेम के विषय में बात करती हैं तो कुछ समाज में उपस्थित कुरीतियों के विषय में। कुछ कहानियाँ हमें सावधान करती हैं तो कुछ हमें सही दिशा दिखाती हैं। ‘इत्ती-सी ख़ुशी’ में उपस्थित कहानियों के माध्यम से हमने समाज के कुछ मुद्दों को छूने की कोशिश की है।
Reviews
There are no reviews yet.