Description
“””सकारात्मक शक्ति मानव मस्तिष्क में ही निहित होती है। हमें उन्हें पहचान करके उन शक्तियों पर नियंत्रण करना होता है। अगर हम यह समझकर उन शक्तियों पर नियंत्रण कर लें तो संसार का कोई भी कार्य असम्भव नहीं हो सकता है। नकारात्मक विचार हमारे मस्तिष्क में निवास न करने पायें अगर नकारात्मक विचार हमारे मस्तिष्क में प्रवेश कर भी लें तो हमें उन्हें वहाँ रुकने का स्थान नहीं देना है, तुरन्त बाहर निकाल देना है और सकारात्मक विचार ही हमारे मस्तिष्क में रहना चाहिए तभी हम सकरात्मक विचार को ऊर्जा में बदल पायेंगे। नकारात्मक विचार एक ऐसा वायरस है जिसका इलाज स्वयं के अलावा धरती का कोई दूसरा इंसान नहीं कर सकता है।
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