Description
‘गुल्लक’ लघुकथाओं का संग्रह है| जिसमे कुल इक्यासी लघु कथाएँ हैं| जो सामाजिक ऐतिहासिक अंतर्वस्तु के विभिन्न आयामों में भिन्न-भिन्न कथानकों पर लिखी गई हैं इनके किरदार हमारे इसी समाज की देन हैं| यह लघुकथाएँ मानवीय संवेदनाओं और सरोकारों के साथ अपने विभिन्न स्वरूपों में पाठकों को कुछ सोचने पर विवश करेंगी तथा आज की युवा पीढ़ी अथवा समकालीन पाठकों को नैतिकता और सदाचारी जीवन जीने के लिए प्रेरित करेंगी| जहाँ एक पात्र सामयिक बुराइयों, विषमताओं, अपराधों में लिप्त दिखाई देता है वहीँ दूसरा पात्र समाज की उन्हीं बुराइयों विसंगतियों के साथ द्वंद्व करता दिखाई देता है तथा एक मिसाल कायम करता है| सभी लघु कथाओं में लेखिका ने पाठकों पर एक सकारात्मक प्रभाव छोड़ने का प्रयास किया है|