Description
अधूरी दास्तां.. नॉवेल एक काल्पनिक कहानी है जिसे लखनऊ में रिपोर्टर की नौकरी करने वाले विवेक, साक्षी और नीरज के इर्दगिर्द लिखा गया है। विवेक और साक्षी दोनों एक दूसरे प्यार करते हैं। जाति अलग होने के कारण दोनों की हत्या कर दी जाती है। साक्षी की मौत के बाद विवेक के गांव में पंचायत होती है पंचायत में तीन लाख रुपये में समझौता कराया जाता है। पंचायत का फैसला न मानने के कारण परिवार का सामाजिक बहिष्कार करते हुए गांव से निकाल दिया जाता है। दोनों के मरने के बाद नीरज उनकी कहानी एक किताब में लिखता है। इस किताब को बेचकर परिवार की मद्द करता है। इसकी भाषा लाइव लिखने का प्रयास किया गया है ताकि पढ़ते पढ़ते पाठक उस दृश्य तक पहुंच सके, मर्मस्पर्शी भाषा इस नॉवेल का सबसे मजबूत पक्ष है।